CBSE में बदलाव : टॉपिक्स को रटने की परंपरा खत्म…रिस्पॉन्स आधारित प्रश्न पूछे जाएंगे

CBSE में बदलाव : टॉपिक्स को रटने की परंपरा खत्म…

रिस्पॉन्स आधारित प्रश्न पूछे जाएंगे एमसीक्यू की संख्या बढ़ाई गई…

अक्षरविश्व प्रतिनिधि .उज्जैन। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने कक्षा 10वीं और 12वीं परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किया हैं। इसके बाद पहली बार रिस्पॉन्स आधारित प्रश्न पूछे जाएंगे। वहीं एमसीक्यू की संख्या बढ़ाई गई हैं। विशेषज्ञों का कहना हैं कि इससे टॉपिक्स को रटने की परंपरा खत्म हो जाएगी।

सीबीएसई इस शिक्षण सत्र से बोर्ड प्रश्न-पत्रों का पैटर्न बदल रहा है। इसे नई एजुकेशन पॉलिसी के हिसाब से तैयार किया जाएगा। अब बोर्ड परीक्षा में पूछे जाने वाले सवाल नए पैटर्न के होंगे। इसमें विद्यार्थियों को टॉपिक्स को रटने की परंपरा खत्म हो जाएगी।

लॉन्ग क्वेश्चन कम और मल्टीपल च्वॉइस क्वेश्चन ज्यादा

सीबीएसई ने इसके लिए बोर्ड ने सभी स्कूलों के प्राचार्यों को पत्र भी जारी कर दिए हैं। इस पत्र में बोर्ड ने उल्लेख किया है कि 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा 2024 में शॉर्ट और लॉन्ग क्यूचन कम और मल्टीपल च्वॉइस क्यूचन (एमसीक्यू) ज्यादा हो सकते हैं।

इसका फायदा यह होगा कि विद्यार्थियों पर से थ्योरी का बोझ कम होगा। वहीं एमसीक्यू को लेकर बोर्ड परीक्षा के लिए अपनी रणनीति बना पाएंगे। सीबीएसई एजुकेशन के जानकारों का कहना है कि इस नए पैटर्न से विद्यार्थियों को काफी फायदा मिलेगा। इससे थ्योरी रटने के बजाय टॉपिक्स को समझने पर ज्यादा फोकस करेंगे। उसके हिसाब से ही स्कूलों में नई टेस्ट सीरीज जारी की जाएगी। इसमें विद्यार्थी पैटर्न को समझकर एमसीक्यू की प्रैक्टिस कर पाएंगे।

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