मैहर विधायक ने देवतालाब शिव मंदिर में धोती, साड़ी नियम का विरोध किया

 निवेदन है कि विन्ध्य के रीवा जिले के देवतालाब में एक प्राचीन शिव मंदिर है, जो वर्षों से लोगों की आस्था का केंद्र होने के साथ-साथ ग्रामीण जनों की मान्यताओं का मंदिर है जहां लोग पूर्ण आस्था और पवित्रता के साथ पूजा पाठ करते चले आ रहे है विगत दिनों उक्त मंदिर में प्रवेश दर्शन व पूजा पाठ के लिए इस कोड को अनिवार्य कर दिया गया है। महिलाओं के लिए साड़ी और पुरुषों के लिए धोती-कुर्ता की अनिवार्यता लागू कर दी गयी है, जबकि भगवान भोलेनाथ तो अत्यंत दयालु और सामान्य पूजा में प्रसन्न होने वाले देवता है। उक्त प्राचीन मंदिर ग्रामीण अंचल के लोगों की मान्यताओं का केंद्र है। ग्रामीणजन अपनी आस्था के साथ गीले बदन तौलिया साफी लपेटकर भगवान को जल चढ़ाने, पूजा-पाठ करने आते रहे हैं। महिलायें भी अपनी सुविधा के वस्त्र धारण कर अपने आराध्य शिव की पूजा पाठ करने जाती है। चुकि ग्रामीण क्षेत्र में अधिकतर गरीब जनता निवास करती है। इस कोड की अनिवार्यता लागू करने से लोगों के बीच खाता आक्रोश पनप रहा है लोग इस तालिबानी आदेश से नाखुश है। मैंने देवतालाब दौरे के दौरान रतनगंवा और भैराटपुर के ग्रामीणों के बीच मंदिर के ड्रेस कोड को लेकर काफी आक्रोश देखा।
अतः आपसे निवेदन है कि जनभावनाओं का सम्मान करते हुए कलेक्टर रीवा को इस कोड के आदेश को तत्काल समाप्त करने के निर्देश दे ताकि आस्थावान लोग पूर्व की भांति मंदिर में दर्शन व पूजा पाठ कर सके।
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